मीडिया से चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री का दिखा अलग ही रंग, जिसे देख सब रह गए दंग….. बोले, मैं मांगने से बेहतर मरना समझता हूं
भोपाल। प्रदेश की राजनीति में अपनी धाक जमाने वाले पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के पद जाने के बाद पहली बार तीखे तेवर देखने को मिले। उनके बदले हुए रंग को देख हर कोई दंग रह गया।
शिवराज सिंह चौहान ने मंगलवार को मुख्यमंत्री निवास को खाली करने से पहले लाड़ली बहनों से मुलाकात की और मीडिया से भी रूबरू हुए। इस दौरान शिवराज का अलग ही रंग देखने को मिला। एक तरफ जहां शिवराज सिंह से मिलकर लाड़ली बहनों की आंखें भर आईं वहीं, शिवराज भी बहनों से मिलकर और गले लगाकर भावुक हो गए। लाड़ली बहनों से मुलाकात के बाद शिवराज सिंह ने मीडिया से रूबरू होते हुए बड़ी बात कही।
उन्होंने कहा कि मेरे मन में आज एक संतोष का भाव है। 2003 में उमा जी के नेतृत्व में सरकार बनी थी, मैंने उसी को आगे बढ़ाया। आज में यहां से विदाई ले रहा हूं, मुझे संतोष है की 2023 में फिर बीजेपी की सरकार बनी। मैने पूरी प्रमाणिकता और पूरी ईमानदारी के साथ खुद को प्रदेश के विकास में झोंका। उन्होंने प्रदेश की जनता से माफी मांगते हुए कहा कि मेरे फैसले से किसी जनता और साथियों और सहयोगियों को तकलीफ हुई हो तो मैं माफी मांगता हूं।
जब मीडियाकर्मियों ने उनसे सवाल किया कि आप दिल्ली दौड़ नहीं लगाएं तो, इस पर उन्होंने कड़े तेवर दिखाते हुए कहा कि मैं दिल्ली नहीं गया। क्योंकि मैं मांगने से बेहतर मरना समझता हूं। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री निवास पर शिवराज की यह मीडिया के साथ आखिरी संवाद था।