गरीब नवाज के 811वें उर्स में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से दरगाह पर पेश की गई चादर…कब्बाली की मजलिस होकर कुरान पाठ हुआ
ग्वालियर। जीवन में सुख शान्ति और तरक्की चाहते हैं तो इबादत शुरू करो, कलमा शरीफ हमेशा पढते रहो, रात सोने से पहिले और सुबह जागते ही खुदा को याद करो। बुराई का बदला नेकी से दो, सूफी संतों ने यही सिखाया है। “ एक इबादत ही है जो मानव के जीवन में शांति लाती सकती है। दरगाह हजरत ख़्वाजा खानून के सज्जादा नशीन हजरत ख़्वाजा राशिद खानूनी ने विशेष दुआ करते हुए यह बात कही।

उन्होंने सेवा नगर स्थित दरगाह शरीफ पर आयोजित ख्वाजा गरीब नवाज के 811वें उर्स मेले के समापन पर मौजूद जायरीन को संबोधित करते हुये यह बात कही। इससे पर्वू उर्स मेले के तीसरे दिन संदल पोशी और शजरा ख्वानी हुई। बाद नमाज कब्बाली की मजलिस होकर कुरान पाठ हुआ। मेले का समापन अजमेर शरीफ से आई चादर पेश कर कुल के छींटे के साथ हुआ। नायब सज्जादा नशीन डॉ. एजाज खानूनी ने कुल का छींटा दिया। उर्स संयोजक रामबाबू कटारे ने मेला आयोजन के महत्व पर रोशनी डालते हुये कहा कि यह ग्वालियर के लिए गौरव की बात है।
इस मौके पर ऊर्जा मन्त्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने मजार शरीफ पर चादर पेश की। केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया और माधवी राजे सिंधिया की ओर से चादर पेश की गई। डॉ. केशव पाण्डेय ने इबादत को मानवता के लिए अनमोल बताते हुए कहा कि इबादत करने वाले लोग इंसानियत का फर्ज अदा करते हैं।

केंद्रीय मंत्री तोमर ने भी भेजी चादर
केन्द्रीय कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर ने भी दरगाह पर अपनी ओर से चादर भेजी। भाजपा के प्रान्तीय कार्य समिति सदस्य अशोक जैन, भाजपा के वरिष्ठ नेता महेन्द्र सेंगर, महेन्द्र गुप्ता उनकी चादर को लेकर आए। इनके अलावा सांसद विवेक नारायण शेजवलकर और बीज विकास निगम के चेयरमैन मुन्नालाल गोयल, हजरत मुहम्मद गौस साहब के सज्जादा नशीन जनाब जिया उल हसन और तमाम जायरीन की ओर से अजमेर चादरें पेश की गईं। नायब सज्जादा नशीन खानूनी इन चादरों को लेकर अजमेर शरीफ जायेंगे। इस मौके पर अनेकों जायरीनों ने दरगाह पर हाज़िरी देकर अजमेर यात्रा की खुशनसीबी प्राप्त की।
आकर्षण का केंद्र रहे हलवा-परांठा
दरगाह पर बिशेष बाजार सजाया गया था। इस दौरान आने वाले जायरीनों के बीच हलवा और पराँठा आकर्षण का केन्द्र रहे।
safv dharm sambhavmein hi desh ki tarakki hai